सुपाइन मिनी पीसीएनएल विधि से सुपर स्पेशलिटी में अब तक हुई 100 सर्जरी

मरीज स्वस्थ, मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने जताया हर्ष

Nov 25, 2023 - 15:01
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सुपाइन मिनी पीसीएनएल विधि से सुपर स्पेशलिटी में अब तक हुई 100 सर्जरी

सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सुपाइन मिनी पीसीएनएल विधि से अब तक 100 सफल सर्जरी, डॉक्टर बृजेश तिवारी ने दिलाई उपलब्धि

रीवा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर बृजेश तिवारी ने सुपाइन मिनी पीसीएनएल विधि से अब तक 100 मरीजों की सफल सर्जरी करके एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। महत्वपूर्ण बात ये है कि उक्त विधि से सर्जरी करना अपने आप में एक बड़ी बात है क्योंकि विंध्य में ऐसी सर्जरी अब तक नही हो रही थी। लेकिन अब सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इस आधुनिक विधि से सर्जरी की जाने लगी है। ऐसी उपलब्धि हासिल करने पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और अस्पताल प्रबंधन द्वारा खुशी जाहिर की गई है।

     उल्लेखनीय है कि रीवा जिले के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग में गत सप्ताह पथरी के दो महत्वपूर्ण ऑपरेशन किए गए जिसमें एक 35 वर्षीय मरीज को बाएं तरफ किडनी में पथरी की समस्या हो गई थी। ऑपरेशन किया गया इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण बात यह थी कि सुपिन पीसीएनएल विधि द्वारा किया गया यह विधि पथरी के ऑपरेशन के क्षेत्र में सबसे एडवांस्ड तकनीक है जिसमें मरीज को उल्टा ना करके सीधी ही पोजीशन में पथरी का ऑपरेशन कमर से एक छोटे से इनसीजन से से लेजर द्वारा कर दिया जाता है। इस तरीके का ऑपरेशन पूरे विंध्य क्षेत्र में केवल बृजेश तिवारी द्वारा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में किया जा रहा है इस ऑपरेशन की विशेषता यह है कि कई मरीजो को हृदय की समस्या होती है या फिर वह मरीज जिनका वजन काफी ज्यादा होता है उन्हें बिना उल्टा किये सीधी तकनीक से ही ऑपरेशन किया जा सकता है। सुपाइन मिनी पीसीएनएल के इस उत्कृष्ट उपाय के माध्यम से डॉ. तिवारी ने न सिर्फ रीवा जिले में बल्कि पूरे क्षेत्र में चिकित्सा क्षेत्र में नए मील का पत्थर रखा है। उनकी सफलता ने इस नई तकनीक को सामाजिक स्वास्थ्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बनाया है।

 डॉ. तिवारी का कहना है की सुपाइन मिनी पीसीएनएल एक उत्कृष्ट प्रक्रिया है जो मरीजों को पथरी से राहत प्रदान करने में मदद करती है। इसमें पेशेंट को सोने की स्थिति में रखकर उपचार किया जाता है, जिससे उपचार में बेहतर सुरक्षा और सुविधा होती है। बताया की हृदय रोगी के लिए सुपाइन मिनी पीसीएनएल का महत्व अत्यधिक है क्योंकि इसमें मरीज को सोने की स्थिति में रखकर हृदय की बढ़ी हुई चिकित्सा की सुरक्षा की जाती है। हृदय रोगी की सामान्यता से अधिक सतर्कता की जरूरत होती है, और इस तकनीक के माध्यम से उन्हें आरामपूर्वक इलाज किया जा सकता है।

     वही अगर हम मोटापे से पीड़ित मरीजों की बात करें, तो सुपाइन मिनी पीसीएनएल उनके लिए भी सहायक साबित हो सकता है। मोटापा आमतौर पर चिकित्सा प्रक्रियाओं को कठिन बना देता है, लेकिन इस तकनीक में छोटे उपकरणों का उपयोग किया जाता है, जिससे इलाज में आसानी होती है और मरीज को अधिक आराम मिलता है।

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