सीएमएचओ के संरक्षण में चल रही झोलाछाप डॉक्टरों की दुकान
सीएमएचओ के संरक्षण में चल रही झोलाछाप डॉक्टरों की दुकान
सीएमएचओ के संरक्षण में चल रही झोलाछाप डॉक्टरों की दुकान
बिगाड रहे पूरे जिले का स्वास्थ्य
जिले के सीएमएचओ डॉ संजीव षुक्ला के संरक्षण में जिले भर में झोलाछाप डॉक्टरों का गिरोह सक्रिय है जिनके द्वारा मरीजों का मनमानी उपचार किया जा रहा है; और मरीजों का षोशण किया जा रहा है; दो दिन पहले त्योंथर मे झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से एक मासूम की जान चली गई; दस वर्शीय मासूम को उल्टी दस्त की षिकायत थी; जिसे स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर ने छह घंटे में सात बॉटल चढा दिये; मासूम की हालत जब और ज्यादा बिगडने लगी तो परिजन उसे प्रयागराज ले जा रहे थे कि चाकघाट पहुचते ही मासूम ने दम तोड दिया; परिजनांे का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है; यह तो एक उदाहरण मात्र है, ऐसी घटनायें रोज हो रही हैं लेकिन इससे सीएमएचओ डॉ संजीव षुक्ला को कोई फर्क नहीं पडता; उसकी वजह यह है कि झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानदारी सीएमएचओ के संरक्षण में ही चल रही है; बताते हैं कि जब से संजीव षुक्ला सीएमएचओ बने हैं तब से जिले भर में न केवल फर्जी चिकित्सकों का बोलबाला है अपितु फर्जी पैथालॉजी, एक्सरे संेटर, नर्सिंग होम का संचालन हो रहा है; जहां न तो मरीजों की सही जांच हो पा रही है और न ही उन्हंे उचित उपचार मिल रहा है;
स्वास्थ्य विभाग के हालात मैदानी स्तर पर क्या हांेगे जब षहरी क्षेत्र में उसके हालात बद से बदतर हैं; जहां जिले से लेकर संभागीय स्तर के अधिकारी बैठते हैं और उनका कार्यालय भी यहीं से संचालित हो रहे हैं; ऐसे अधिकारियांे की नाक के नीचे जब फर्जी पैथालाजी, नर्सिंग होम का संचालन सीएमएचओ के संरक्षण में चल रहा है तो मैदानी स्तर पर स्वास्थ्य की क्या स्थिति होगी, स्वतः स्पश्ट हो जाता है;
[16:00, 7/25/2024] tez pratap Singh: हालाकि त्यौंथर में हुई मासूम की मौत को कलेक्टर प्रतिभा पाल ने गंभीरता से लेने की बात कही है, साथ ही झोलाछाप डॉक्टरों की जांच एवम उनके खिलाफ कार्रवाई की बात जरूर कही है, लेकिन सोच का विषय यह है जांच कमेटी में शामिल लोग भी खाऊं कमाऊ और काम चलाऊ वाले है
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