जो जितना बडा भ्रश्टाचारी, अधिकारी उस पर उतने ज्यादा मेहरबान

जो जितना बडा भ्रश्टाचारी, अधिकारी उस पर उतने ज्यादा मेहरबान

Jul 16, 2024 - 18:57
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जो जितना बडा भ्रश्टाचारी, अधिकारी उस पर उतने ज्यादा मेहरबान

जो जितना बडा भ्रश्टाचारी, अधिकारी उस पर उतने ज्यादा मेहरबान
जिस कर्मचारी पर ढाई लाख की फर्जी खरीदी का आरोप, सिविल सर्विस कंडक्ट रूल के तहत मामला भी दर्ज उसे दिया प्रमोषन का लाभ 
जिले में इन दिनों कुछ ऐसा ही चल रहा है; जो कर्मचारी या अधिकारी जितना बडा भ्रश्टाचारी होगा उस पर उसके अधिकारी उतना ही ज्यादा मेहरबान होते हैं; उदाहरण के तौर पर एक कर्मचारी द्वारा ढाई लाख रूपये की सामग्री फर्जी तौर पर खरीदी की गई; इसकी जांच भी हुई; इतना ही नहीं सिविल सर्विस कंडक्ट रूल के तहत उस पर मामला भी दर्ज है उसके बावजूद अधिकारियांे ने उसे प्रमोषन का लाभ दिया है; अधिकारियांे की इस कार्रवाई पर जो भी सुनता है वह भौचक रह जाता है; 
  ख़बर रीवा ज़िले के जवा खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय से जुड़ी हुई है, जहां के पूर्व प्रभारी विकासखंड अधिकारी हीरामणि त्रिपाठी द्वारा लाखों की वित्तीय अनियमितता करते हुए कार्यालयीन सामग्री को क्रय किए जाने और बाउचर बनाकर राशि आहरित करने का मामला सामने आया है लेकिन विभागीय जाँच के बाद मामले में सामने आया कि क्रय की गयी सामग्री कहां गयी कुछ पता नहीं है, आपको बता दें कि मामला वर्श 2023..24 का है। वर्तमान में संकुल प्राचार्य सितलहा हीरामणि त्रिपाठी पर आरोप है कि इनके द्वारा जवा बीईओ के पद पर रहते हुए लाखों की कार्यालयीन सामग्री को क्रय करने में धांधली की गई है। 
जानकारी के अनुसार पूर्व प्रभारी बीईओ हीरामणि त्रिपाठी के द्वारा, किताबों के लिए 27 हज़ार के क़रीब, फ़र्नीचर के लिए 58 हज़ार एवं अन्य सामग्रियों की ख़रीदी के लिए ढाई लाख से ज्यादा की राशि खर्च की गयी है। इतना ही नहीं संकुल प्राचार्य सितलहा के पद पर कार्यरत हीरामणि त्रिपाठी साल 2022 के पंचायत चुनावों में भी सुर्खियों में रहे हैं, इनके द्वारा सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद भतीजे का पोलिंग एजेंट बनकर चुनाव प्रचार करने का गंभीर आरोप लगने पर तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी मनोज पुष्प द्वारा इन्हें निलंबित भी किया जा चुका है। बताया ये भी जा रहा है कि ये मामला हाईकोर्ट में लंबित है। 
 आखिरकार जिस पर  निर्वाचन आयोग द्वारा सिविल सर्विस कंडक्ट रूल के तहत कार्रवाई की गई हो, चुनाव प्रचार करने जैसे गंभीर आरोप लगे हों, ऐसे गंभीर आरोपों के चलते निलंबन झेलना पड़ा हो, ऐसे कर्मचारी को प्रमोषन का  दिया जाना कितना उचित है, आप अपने कमेंटस बाक्स पर लिखकर भेज सकते हैं; आइये इस संबंध में जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल ने क्या कहा,

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