रेत का अवैध उत्खनन रोकने गए पटवारी को माफियाओं ने ट्रैक्टर चढ़ा कर दी हत्या
शादोल जिले में चल रहा सैकड़ों अवैध रेत उत्खनन का कार्य
रेत का अवैध उत्खनन रोकना पटवारी को पड़ा मंहगा, माफियाओं ने ट्रैक्टर से कुचलकर कर दी हत्या
रीवा। प्रदेश के शहडोल जिले में रेत माफियाओं का आतंक है। माफियाओं ने रेत का अवैध उत्खनन रोकने गए पटवारी को ही ट्रैक्टर से कुचलकर मार डाला। माफियाओं द्वारा अधिकारियों की इस तरह हत्या करने का मामला कोई पहला नहीं है। इसके पहले भी जिन अधिकारियों ने रेत माफियाओ को अवैध कारोबार करने से मना किया है, उन्हे अपनी जान गवानी पड़ी है। वही शहडोल जिले के देवलौंद थाना क्षेत्र बहने वाली सोन नदी में हो रहे अवैध उत्खनन को रोकने पटवारी प्रसन्न सिंह गए हुए थे, उन्होंने रेत का परिवहन कर रहे ट्रैक्टर को पकड़ भी लिया था। इसी बात को लेकर रेत माफिया भड़क गए। क्रोध इतना की ट्रैक्टर चालक ने ही पटवारी के ऊपर ट्रेक्टर चढ़ा दिया जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही वहा हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी शुभम विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया है और ट्रैक्टर को भी जप्त करने की कार्रवाई करते हुए इसे जांच में लिया है। वही शव का पीएम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले में भाजपा सरकार पर सवाल खड़े किए है। कहा है की शिवराज सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है और अपराध बढ़े है, यह उसी की परिणति है।
रीवा के निवासी है मृतक
बताया गया है कि शहडोल जिले में रेत माफियाओं के द्वारा किए जा रहे अवैध उत्खनन को रोकने के मामले में अपनी जान गवाने वाले पटवारी रीवा जिले के बैकुंठपुर के ग्राम बरौ के रहने वाले थे। उनके मौत की खबर लगते ही परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
ट्रैक्टर से कुचलकर की गई पटवारी की हत्या मामले ने कई अन्य घटनाओं की याद ताजा कर दी है।
1. 8 मार्च 2012 को 2009 बैच के आईपीएस नरेन्द्र कुमार सिंह की अवैध खनन माफिया ने पत्थरों से भरे ट्रैक्टर को चढ़ाकर हत्या कर दी थी।
2..जून 2015 में शाजापुर जिले में अवैध खनन रोकने पहुंची महिला माइनिंग इंस्पेक्टर और उसकी टीम को घेरकर मारपीट कर दी. हमले में होमगार्ड के तीन जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे।
3.सितंबर 2018 में मुरैना जिले के देवरी गांव में खनन माफिया ने वन विभाग के डिप्टी रेंजर की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी।
4. मई 2022 में मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में खनन माफियाओं ने अवैध रेत उत्खनन रोकने पहुंचे वन कर्मियों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया था. घटना में वन विभाग के अधिकारी के हाथ में फ्रैक्चर हो गया था।
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