जटिल ऑपरेशन कर एसजीएमएच के डॉक्टरों ने बचा ली मरीज की जान, बढ़ाई मेडिकल कॉलेज की शान

मरीज पूरी तरह स्वस्थ

Dec 28, 2023 - 22:18
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जटिल ऑपरेशन कर एसजीएमएच के डॉक्टरों ने बचा ली मरीज की जान, बढ़ाई मेडिकल कॉलेज की शान

बड़े शहरों में भी मरीज को नासॉफिरिन्जियल एंजियोफाइब्रोमा से नही मिली राहत तो एसजीएमएच के डॉक्टरों ने किया उपचार और अब स्वस्थ 

रीवा। बाहर के बड़े शहरों में संचालित अस्पताल के डॉक्टरों ने नासॉफिरिन्जियल एंजियोफाइब्रोमा नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज को जब राहत नहीं दिला पाए तो परिजन थक हार कर मरीज को लेकर संजय गांधी अस्पताल में नाक कान गला विभाग के डॉक्टर मोहम्मद अशरफ से संपर्क किए। तो उन्होंने मरीज की तुरंत जांच कराई और दूरबीन पद्धति से तत्काल ऑपरेशन कर मरीज की जान बचा ली। अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ है वही परिजनों के चेहरे भी खुशी से खिल उठे। महत्वपूर्ण बात यें है की डॉक्टर अशरफ और उनकी टीम ने बहुत ही जटिल ऑपरेशन कर न केवल मरीज की जान बचाई है अपितु मेडिकल कॉलेज के खाते में एक बड़ी उपलब्धि भी दर्ज करा दी। वजह ये की मरीज उक्त गंभीर बीमारी से राहत पाने के लिए अन्य बडे शहरों में भटकता रह गया लेकिन राहत नही मिली। गनीमत रही कि वह संजय गांधी अस्पताल में नाक कान गला विभाग के डॉक्टर मोहम्मद अशरफ के संपर्क में आए। डॉक्टर अशरफ और उनकी टीम ने एक बड़ा और नायब ऑपरेशन दूरबीन पद्धति से कर उस मरीज की जान बचा कर बड़ा ही सराहनीय कार्य किया है। इस उपलब्धि पर मेडिकल कॉलेज और संजय गांधी अस्पताल प्रबंधन ने प्रसन्नता जाहिर की है।

  जानकारी के मुताबिक सतना जिले के मुकुंदपुर निवासी अनुराग मिस्रा पिता राजभान मिस्रा 17 वर्ष की नाक से बहुत सारा खून गिरता था। परिजनों द्वारा मरीज को अन्य बड़े शहरों में भी उपचार के लिए ले जाया गया था लेकिन राहत नही मिल पा रही थी। मरीज की हालत दिन प्रति दिन बिगड़ती जा रही थी। परिजन भी हताश और निराश हो चुके थे। लेकिन जब तक सांस तब तक आश को सार्थक करते हुए परिजन जब मरीज को लेकर गत 14 दिसंबर को संजय गांधी अस्पताल में नाक कान गला विभाग के डॉक्टर मोहम्मद अशरफ से संपर्क स्थापित किए तो डॉक्टर ने मरीज की तुरंत जांच कराई। हालाकि कुछ देर के लिए तो डॉक्टर अशरफ भी कुछ देर के लिए भौचक्के रह गए। कारण यह की युवक नासॉफिरिन्जियल एंजियोफाइब्रोमा नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित था। इतनी गंभीर बीमारी की समय से ऑपरेशन न करते तो जान तक जा सकती थी। फिलहाल डॉक्टर अशरफ ने मरीज के ऑपरेशन के लिए पूरी तैयारी की और सफल ऑपरेशन किया। अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ है। ऑपरेशन करने में डॉक्टर अशरफ के साथ डॉक्टर यास्मीन, डॉक्टर शुभम, डॉक्टर विनीत, डॉक्टर अभिषेक, डॉक्टर अनिल, डॉक्टर हरीश वही एनेस्थिसिया टीम में डॉक्टर कपिल, डॉक्टर अवि, डॉक्टर बाला वेंकट और डॉक्टर प्रणय का महत्वपूर्ण भूमिका रही। ऑपरेशन के दौरान ब्लड की कमी न होने पाए, क्योंकि ऑपरेशन के दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है, इसलिए पर्याप्त ब्लड का भी इंतजाम कर लिया गया था। ऑपरेशन कर नाक के अंदर से बड़ा ट्यूमर निकाला गया। अब मरीज बिलकुल स्वस्थ है।

निजी पैसे से मगाये इंस्ट्रूमेंट

   गौरतलब है की संजय गांधी अस्पताल में इस तरह के बड़े ऑपरेशन करने की सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। आवश्यक उपकरण तक नही है। फिलहाल डॉक्टर अशरफ ने अपने निजी पैसे से आवश्यक उपकरण मगाये और मरीज का सफल ऑपरेशन कर उसकी जान बचाई। 

मरीज की नाक में कही निशान तक नही

 बड़ी बात तो ये है कि मरीज का इतना जटिल ऑपरेशन किया गया लेकिन उसकी नाक में कही भी कट तक के निशान नही है। यह बात अपने आप में बड़ी मायने रखती है। अस्पताल के डॉक्टरों की काबिलियत पर ये बात चार चांद लगाने वाली है।

    वर्जन

जांच के दौरान जटिल बीमारी का पता चला जिसका तत्काल ऑपरेशन किया जाना आवश्यक था। यदि समय पर उपचार न किया जाता तो मरीज की जान तक जा सकती थी। जिन्हे वार्ड में एडमिट करवाकर पूरी जांच कराई गई। जांच में उक्त बीमारी का पता चला जिसका ऑपरेशन किया जाना अति आवश्यक था, तत्काल ऑपरेट किया गया। अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ है।

 I डॉक्टर मोहम्मद अशरफ

नाक कान गला रोग विशेषज्ञ

संजय गांधी अस्पताल, रीवा

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