ईवीएम बदलने विपक्षी नेताओं की आशंका को बताया बीमारी
विपक्षी घबड़ाए
भाजपाई नेताओ ने ईवीएम में गड़बड़ी करने के आरोप को बताया निराधार, कहा यदि ये संभव होता तो दिल्ली और पंजाब में भी बीजेपी की सरकार बनती
रीवा। ईवीएम में गड़बड़ी करने की आशंका के चलते कांग्रेस प्रत्याशियों ने इंजीनियरिंग कॉलेज में तम्बू गाड़ कर बैठे हैं। उन्हे लग रहा है की या तो ईवीएम मशीन बदल दी जाएगी या फिर किसी और जुगाड से पड़े मतो को बीजेपी अपने पक्ष में कर लेगी, जो की संभव ही नहीं है। यदि ऐसा संभव होता तो दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल आदि अन्य प्रदेशों में भी भाजपा की सरकार बन जाती। उक्त बाते भाजपा द्वय नेताओ पुष्पेंद्र सिंह समान और किसान मोर्चा के जिला मंत्री विवेकानंद पटेल ने कही।
इन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा कि इस तरह का आरोप लगाया जाना विपक्षी दलों की ओछी मानसिकता की परिचायक है। केंद्र में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा जनहित में कई उल्लेखनीय कार्य किए गए है। लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया गया। पूरे प्रदेश का सर्वांगीण विकास किया गया। बिजली पानी, सड़क, शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए गए। स्वास्थ्य सुविधाओं में बेहतरी के लिए रीवा में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्व विद्यालय, खेल को प्रोत्साहन देने एवम् खिलाड़ियों में छुपी प्रतिभाओं को निखारने के लिए आधुनिक स्टेडियम का निर्माण होना, आवागमन को सुगम बनाने के लिए कई नई ट्रेनें शुरू की गई। इसके अलावा रीवा में हवाई सेवा का भी जल्द ही लाभ लोगो को मिलने लगेगा। ये सारे कार्य भाजपा सरकार में हुए है।
वही महिला आरक्षण बिल, राम मंदिर निर्माण, धारा 370 का खात्मा जैसे कई उल्लेखनीय कार्य नरेंद्र मोदी सरकार में किए गए हैं। इन सब बातो को लोग अच्छे ढंग से जान समझ रहे हैं। वही मतदाताओं ने भी भाजपा के पक्ष में अच्छी वोटिंग की है। ये जानकर विपक्षी दलों द्वारा ईवीएम बदलने की आशंका जताई जा रही है और तंबू लगाकर बैठे है। इस तरह का आरोप बेबुनियाद और निराधार है। अगर इस तरह की गड़बड़ी संभव होती तो दिल्ली और पंजाब में आप की सरकार न बनती, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में भी भाजपा की सरकार बनती।
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