नशा तस्करों को संरक्षण देने सफेद पोश नेताओ एवम पुलिस अधिकारियों पर आरोप
शराब पिलाकर वोट देने का चलन बढ़ा
विधानसभा चुनाव में नेताओं नशा तस्करों एवं पुलिस के गठबंधन की खुली पोल.. शिव सिंह
एक हफ्ते से पुलिस अभियान हुआ जीरो
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.. रीवा सहित समूचे विंध्य रीजन पर फैले नशे के अवैध कारोबार को लेकर एसकेएम के संयोजक समाजवादी नेता शिव सिंह ने सरकार से जुड़े सफेद पोश नेताओं नशा तस्करों एवं पुलिस प्रशासन के बीच गठबंधन को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार के 5 वर्षों के कार्यकाल में 59 महीने सरकार से जुड़े सफेद पोश नेता एवं नशा तस्कर तथा पुलिस प्रशासन के लोग आपस में एक राय होकर नशे के अवैध कारोबार को बढ़ावा देकर अवैध धन कमाते हैं जो सभी के बीच एक गठबंधन है इसका ताजा उदाहरण हाल ही में हुए 2023 विधानसभा चुनाव आचार संहिता में देखने को मिला कि सिर्फ एक महीने की आदर्श आचार संहिता में रीवा जिले सहित विंध्य रीजन में मतदान के 1 दिन पहले यानी 16 नवंबर तक पुलिस प्रशासन एवं आबकारी विभाग ने मिलकर प्रतिदिन लाखों का महुआ लाहन अवैध शराब कोरेक्स गांजा एवं अन्य नशीले पदार्थ पकड़कर एक बड़ा रिकॉर्ड तैयार किया है लेकिन मतदान के बाद से आज एक हफ्ते पूरा हो रहा है पुलिस का नशे के खिलाफ जारी अभियान जीरो रहा इससे स्पष्ट हो गया है कि नेता पुलिस तस्कर सब मिलकर आज नौजवानों से लेकर बुजुर्गों तक को नशे का आदी बना रहे हैं तथा इस देश एवं समाज को नशे की ओर धकेलने का काम कर रहे हैं जो देश की प्रगति में एक बड़ी बाधा है नशे से ही आज युवा पीढ़ी अपराध की ओर अग्रसर हो रही है अपराध बढ़ रहे हैं श्री सिंह ने तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं पर खुला आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से चुनाव में भाग लेने वाले दलों के नेताओं ने बढ़-चढ़कर मतदाताओं को वोट के लिए लुभाने नशीले पदार्थों का उपयोग कराने का काम किए हैं इस देश के लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है यहां पर मतदाताओं को भी यह समझना चाहिए कि शराब आदि पिलाकर वोट लेने वाले नेता सदन में पहुंचकर आपका क्या भला करेंगे इसलिए भविष्य के तमाम आने वाले चुनावो में हम सब को मिलकर भ्रष्ट नेताओं की इस परिपाटी को बदलना होगा तभी हमारी पीढ़ी बदलेगी हमारा देश बदलेगा।
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