संजय गांधी अस्पताल परिसर से हटेगा एमआरआई सेंटर और खुलेंगे दो और यूनिट
लिफ्ट और पार्किंग ठेकेदार बदले जाएंगे
श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय स्वशासी समिति की बैठक में लिये गये बड़े निर्णय
हटेगा एमआरआई सेंटर और दो नई यूनिट खुलेंगी
रीवा। श्यामशाह चिकि त्सा महाविद्यालय स्वशासी समिति की बैठक आयोजित हुई जिसमें अस्पताल परिसर से एमआरआई सेंटर हटाने और दो नई यूनिट शुरू करने सहित कई महत्वर्पूण मुद्दों पर निर्णय लिया गया। समिति की बैठक में मरीजों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। निर्णय पर यदि अमल किया गया तो मरीजों को बहुत बड़ी राहत मिलने लगेगी। जानकारी के मुताबिक संजय गांधी अस्पताल में गैस्ट्रोलॉजी और मेडिसिन में इंडोस्कोपी यूनिट को हरी झंडी मिल गई है। अब पेट से संंबंधित सभी बीमारियों का इलाज यहीं होने लगेगा। जल्द ही यूनिट के निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा। समिति की बैठक में सबसे महत्वपूर्ण निणर््ाय तो ये लिया गया जो वर्षोंे से अस्पताल की बिल्डिंग में वर्षों से संचालित रीवा हेल्थ डायग्रोस्टिक सेंटर कों हटाने का निर्णय लिया गया है। बता दें कि संचालित इस एमआरआई सेंटर ने मनमानी लूट का अड्डा बना रखा था। निर्धारित दर से अधिक मनमानी रेट मरीजों से वसूल किया जा रहा था।
बदले जायेंगे लिफ्ट और साइकिल स्टैण्ड के ठेकेदार : बैठक में संजय गांधी अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में चल रही लिफ्ट और साइकिल स्टैण्ड के ठेकेदारों को बदलने पर भी निर्णय लिया गया है। जल्द ही इनके नये सिरे से टेंडर किये जायेंगे। बता दें कि इन दोंनों ठेकेदारों के संचालन को लेकर कई बार शिकायतें भी सामने आईं थी जिन्हें गंभीरता से लिया गया है। इससे यह माना जा रहा है कि अब दूसरे ठेकेदार को ये काम सौंपे जायेंगे।
बता दें कि आयोजित हुई श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय स्वशासी समिति की बैठक में गायनकोलॉजिस्ट डॉ सोनल शर्मा और डॉ बीनू सिंह को अंतिम बयान के लिए बुलाया गया था। दोनो डॉक्टरों का अंतिम बयान लिया गया। माना जा रहा है कि इन दोंनो डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई होना तय है। गौरतलब है कि अस्पताल में डिलेवरी के लिए आई प्रसूता के साथ डॉक्टरों द्वारा की गई लापरवाही ने पूरे प्रदेश भर में अस्पताल की प्रतिष्ठा तो तार-तार कर दिया था। मामले को गंभीरता से लेकर विधान सभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कमेटी बनाकर जांच कराने के निर्देश दिये थे। गठित की गई टीम द्वारा जाच की गई थी जिसमें दोनो डॉक्टर दोषी पाये गए थे। जिनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिये गए थे। बैठक में कई प्रस्ताव प्रस्तुत किये गए। विभिन्न प्रस्तावों पर अनुमोदन सर्वसम्मति से किया गया। बैठक में भोपाल से वर्चुअली उप सचिव चिकित्सा शिक्षा सचिव केके दुबे भी ज्वाइन रहे।
इस अवसर पर कमिश्रर अनिल सुचारी ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की सुविधाओं में कहीं कोई कमी नहीं आने की बात कही और इसके लिए अधीनस्थों को निर्देश दिये। उन्होने कहा कि मरीजों के लिए आवश्यक दवाइयां एवं आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता प्रमुखता से कराये जाने के निर्देेश दिये गए। उन्होने मेडिकल कॉलेज की जमीन का सीमांकन कराने, आयुष्मान योजना के आय-व्यय व वितरण की ऑन लाइन कराने के निर्देश दिये।
इन प्रस्तावों को भी मिली हरी झंण्डी
आयोजित बैठक में कई और महत्वपूर्ण प्रस्तावों को हरी झण्डी मिली। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण ईकाई के उपयोग के लिए 30 लाख रूपये के उपकरणों की खरीदी की स्वीकृत मिलने के साथ ही मेडिसिन विभाग में इंडोस्कोपी यूनिट शुरू करने के लिए 32 लाख के उपकरण की खरीदी, आर्थोपेडिक विभाग में 55 लाख के उपकरण खरीदी, आई विभाग में एलेस्टी मशीन की खरीदी, गैस्ट्रोलॉजी यूनिट संचालित करने के लिए 24.77 लाख की स्वीकृति, गैस्ट्रोलॉजी डिवीजन के लिए सीओटू पंप व वॉटर फ्लहसेब पंप खरीदी के लिए सात लाख, वीसी कक्ष निर्माण के लिए साढे तेरह लाख, ऑडिटोरियम हाल के उन्नयन के लिए भी राशि स्वीकृत की गई।
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संस्कृत हॉस्टल में शिफ्ट होंगी नसिंग छात्रायें
नर्सिंग छात्राओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए उन्हें संस्कृत हॉस्टल में शिफ्ट करने के निर्देेश दिये गए हैं। जानकारी के मुताबिक नर्सिंग हॉस्टल पूरी तरह से जर्जर स्थिति में है। इसे डिस्मेंटल किये जाने एवं इसकी जगह नया भवन बनाये जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में नियुक्ति और प्रमोशन जैसे प्रस्ताव भी रखे गए थे जिन्हें कमिश्रर ने हटाने के निर्देश दिये।
बैठक में रीवा संभागायुक्त अनिल सुचारी, कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल, जिला पंचायत सीईओ, मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ मनोज इंदुलकर, डॉ रामाभिलाश दुबे, संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ राहुल दुबे आदि लोगों की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही।
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