सरकारी नौकरी कर रहे पिता का हाल देखा तो दिमाग से निकाल दी जॉब की ख्वाहिश
सरकारी नौकरी कर रहे पिता का हाल देखा तो दिमाग से निकाल दी जॉब की ख्वाहिष, खुद के व्यवसाय से निष्चिंत जीवन जी रहे दीपांषु
एक युवक ने सरकारी नौकरी कर रहे अपने पिता का हाल देखा तो उसने नौकरी की ख्वाहिष ही दिमाग से निकाल दी; युवक ने अपना खुद का व्यवसाय करने का निर्णय लिया और आज ये युवक सफल व्यवसायी है; इस युवक का नाम है दीपांषु सिंह जयसूर्य; रीवा के जिउला मोड के पास दीपांषु की सिंह इंटरप्राइजेज नाम से दुकान है, जिसमें वो इलेक्टिकल्स एवं इलेक्टानिक्स सामग्रियों का व्यवसाय करते हैं; दीपांषु बताते हैं कि उनके पिता जी तहसीलदार हैं; उनकी जिंदगी बडी व्यस्त है; चौबीस घंटे की डयूटी रहती है; बीमारी की हालत में भी छुटटी नहीं मिलती; ये सब देखकर मैंने पढाई के दौरान ही निर्णय ले लिया था कि मुझे नौकरी नहीं करनी है; दीपांषु पढाई के बाद सीधे व्यवसाय के क्षेत्र में आ गए; पहले सीमेंट की डीलरषिप षुरू की, फिर इलेक्टिक और इलेक्टानिक्स के व्यवसाय में आ गए; आज दीपांषु अपने व्यवसाय से पूरी तरह संतुश्ट हैं और कहते हैं कि खुद का व्यवसाय नौकरी से बेहतर है; आइए सुनते हैं दीपांषु क्या कहते हैं अपने अनुभव के बारे में........
What's Your Reaction?