आयोजित पुस्तक मेले में ठगे से रह गए अभिभावक कलेक्टर के प्रयास पर दुकानदारों ने फेर दिया पानी
कलेक्टर के प्रयास पर दुकानदारों ने फेर दिया पानी
निजी स्कूलों के संचालकों और पुस्तक बिक्रेता ओं का सफल हुआ गठजोड
जैसा कि आप को विदित है कि निजी स्कूल संचालकों , पुस्तक विक्रेताओं से गठजोड कर अभिभावकों से मनमानी पैसे की वसूली कर रहे हैं; कक्षााओं में लगने वाली किताबें,डृेस, कापियां एवं अन्य अध्ययन संबंधित सामग्रियों की बिक्री मनमानी रेट पर चिन्हित दुकानदारों द्वारा की जाती है जिसका अच्छा खासा कमीश न स्कूल संचालको तक पहुचता है; इसे रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने गंभीरता से लिया और अभिभावकों के हित में उनके द्वारा पुस्तक मेला रीवा शहर के मानस भवन में लगवाया गया लेकिन पुस्तकों एवं अन्य सामग्रियों के दाम सुनते ही अभिभावकों के होष उड गये; ऐसे में पुस्तक मेला आयोजित करने का औचित्य ही लोगों को समझ नहीं आया; जो अभिभावक पुस्तक मेले में पहुचे वह ठगे से महसूस करते देखे गए;इससे यह माना जा रहा है कि निजी स्कूल संचालकों और पुस्तक विक्रेताओं का गठजोड कमजोर नहीं हो पाया; वह अपने मकसद में सफल होते दिख रहे हैं; यहां तक कि कलेक्टर के प्रयासों पर पानी फेरने में भी सफल हो गये;
खबर रीवा शहर के मानस भवन में आयोजित पुस्तक मेले से है; जहां कलेक्टर के निर्देष पर पुस्तक मेला आयोजित किया गया; जहां सभी कक्षााओं की पुस्तकें, कांपिया एवं अध्ययन संबंधित सामग्रियां बिक्री की जा रही थी; आयोजित मेले में पहुचे अभिभावकों का कहना था कि पुस्तक मेले में किताबों , कापियां, पानी के बाटल सहित अन्य सामग्रियां काफी महगे दरो पर बिक्री की जा रही हैं; यहां के बजाय बाहर संचालित दुकानों में पुस्तकें एवं अन्य सामग्रियां कम दरों पर मिल रही हैं;
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