निजी स्वार्थ के चलते कुछ लोग रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कर रहे विरोध: सत्यामजी महराज

22 जनवरी को पूरे देश में मनाया जायेगा दिव्य उत्सव

Jan 13, 2024 - 19:33
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निजी स्वार्थ के चलते कुछ लोग रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कर रहे विरोध: सत्यामजी महराज

अच्छे कार्य को तत्काल करना चाहिए, इस बात का ग्रंथो में प्रमाण मिलता है

रीवा। भगवान राम का अयोध्या स्थित श्री राम मंदिर में भव्य प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को आयोजित होने जा रहा है जिसमे पूरे विश्व भर से प्रमुख अतिथि पहुंच रहे हैं। यह सब हम सबके लिए बड़े ही सौभाग्य का विषय है लेकिन हमारे कुछ धर्माचार्यों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है जो अनुचित है। इसके पीछे कोई न कोई बड़ा स्वार्थ छुपा हुआ है। जिसके स्वार्थ पूरे नही हुए वही लोग इस स्वर्णिम कार्य का विरोध कर रहे है। उक्त विचार अयोध्या धाम से पधारे आचार्य सत्यमजी महराज ने पत्रकारों से मुलाकात के दौरान कही।

       उन्होंने यह भी कहा कि भगवान राम लला की जो पुरानी मूर्ति है उसकी प्राण प्रतिष्ठा तो पहले ही हो चुकी है, उनकी पूजा पाठ भी हो रही है लेकिन जो नई मूर्ति बनकर लाई जा रही है उसकी प्राण प्रतिष्ठा होगी जो गर्भ गृह में गोपाल जी के साथ विराजमान होगी। बताया की गर्भगृह में रखने के लिए तीन मूर्तियां बनाई जा रही है उसमे जो सबसे अच्छी मूर्ति होगी उसे स्थापित किया जाएगा। लेकिन कुछ धर्माचार्यों द्वारा इसका भी विरोध किया जा रहा है जो बिलकुल अनुचित है। 

    महाराज सत्यम जी ने इतना ही नहीं यह भी कहा कि भगवान का भक्त होने के लिए केवल वेश धारण कर ही संत नही बना जा सकता है। कुर्ता पायजामा और शर्ट पैंट में भी कई धर्मात्मा और संत है जो वेशधारी संतो से भी बेहतर कार्य कर रहे है। कुछ संतो द्वारा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए जा रहे प्राण प्रतिष्ठा का भी विरोध किया जा रहा है जो उचित नहीं। उन्होंने यह भी कहा की 22 जनवरी को पूरे देश में उत्सव मनाया जा रहा है।

 उसी के निमित्त ललपा स्थित काली माता मंदिर में जो रामकथा कहने वह अयोध्या से चलकर रीवा आए है। रामकथा के दौरान 22 जनवरी को यहां भी दिव्य पूजा का आयोजन किया गया है और रामकथा के माध्यम के भगवान श्री राम का गुणगान किया जाएगा जिसका श्रवण आप सब लोग अवश्य करे। बताया की 14 जनवरी को कलश यात्रा के साथ भागवत कथा प्रारंभ की जाएगी। हालाकि यहां 18 पुराण सुनाने का क्रम चल रहा था लेकिन इस मर्तबा रामकथा कही जायेगी क्योंकि ये अवसर बार बार नही मिलेगा की हम लोगो के भगवान राघवेंद्र सरकार पधार रहे है इसलिए इस मर्तबा रामकथा कही जा रही है। पत्रकारों से वार्ता के दौरान पंडित मनोज शास्त्री, त्रिपुरांतक मिस्रा, अनिल कुमार श्रीवास्तव, पुष्पराज पटेल, राकेशदास पुजारी, पंकज कुमार द्विवेदी, रामप्रकाश शुक्ला, अभिषेक पांडे, मनीष श्रीवास्तव, गौरव सोंधिया, विकास पटेल, बंटू कोल आदि लोग मौजूद रहे। उक्त कार्यक्रम जय मां महाकाली जनकल्याण सेवा संस्थान ललपा द्वारा आयोजित किया जाएगा।

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