सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर सेन समाज के सम्मान को बढ़ाने का कार्य किया है: पुष्पेंद सिंह

सेन समाज के लोगो में हर्ष

Jan 31, 2024 - 19:31
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सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर सेन समाज के सम्मान को बढ़ाने का कार्य किया है: पुष्पेंद सिंह

समाजवादी विचार धारा के पोषक थे कर्पूरी ठाकुर

रीवा। केंद्र सरकार ने भारत के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवम बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। इससे न केवल आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले क्रांतिकारियों के प्रति सम्मान बढ़ा वही सेन समाज के लोगो का भी मान बढ़ा है। उक्त आशय के विचार शहर के हॉस्पिटल चौराहा कटरा चौक में सेन समाज के कार्यालय का उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर भाजपा नेता पुष्पेंद्र सिंह समान ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा की जननायक कर्पूरी ठाकुर एक स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक और राजनेता के रूप में जाने जाते थे। बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री और फिर दो बार मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर ने राजनीतिक जीवन में अपने सिद्धांतों को नहीं छोड़ा। इसकी वजह से वह असली हीरो बन गए.। कर्पूरी ठाकुर भारत छोड़ो आन्दोलन में कूद पड़े। उन्हें 26 महीने तक जेल में रहना पड़ा. उन्होंने 22 दिसंबर 1970 से 2 जून 1971 तक और 24 जून 1977 से 21 अप्रैल 1979 तक बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। कर्पूरी ठाकुर जैसा समाजवादी विचारधारा पर जीने वाले व्यक्ति अब बहुत कम ही देखने को मिलेंगे। इस अवसर पर श्री सिंह ने सेन समाज के कल्याण के लिए 21 हजार की सहयोग राशि भी प्रदान की।

      कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम फीता काटकर कार्यालय का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर समाजसेवी परमजीत सिंह के अलावा भाजपा नेता विवेकानंद पटेल, शिवपुरी गोस्वामी प्रधान पुजारी, अजीत सिंह कोठी, अभय दुबे पुरैना, अनिल विश्वकर्मा, ललन चौड़ियार, परमजीत सिंह डग, सेन समाज के अध्यक्ष पंचम लाल सेन, संरक्षक शालिग राम सेन, उपाध्यक्ष हरिहर सेन, सचिव रामपाल नापित, अशोक सेन कोषाध्यक्ष, लाला सेन, प्रदीप सेन, प्रद्युमन सेन, दीनानाथ सेन, केशव सेन आदि लोगो की उपस्थिति रही। सभा का संचालन रामपाल सेन ने किया।

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